दिल चाहता है… माँ

दिल चाहता है... माँ आज फिर मन में उठा भावनाओं का तूफ़ान है... मेरी नज़रों से ओझल हो रहा वो इंसान है। घर पर रहकर, घर की कमी क्यों महसूस हो रही है? शायद वो शख़्स मौजूद नहीं है... जिसने इस घर को घर बनाया था। बात करना चाहती हूँ, लेकिन गला भर…