इंटरनेट पर खरीदारी: जरूरी और वक्त की है पुकार भी….

पूरा देश अभी कोरोना वायरस के कारण लोकडाउन से जूझ रहा है। लेकिन हम पहले कैसे थे या क्या हम आगे हमेशा ऐसे ही रहेंगे, यह एक सवाल हमेशा हर एक के ज़हन उठता है।

मेरा पहलू कोई बहुत बड़ा नहीं है बस छोटा सा है कि जब हम आजकल बाहर जाते हैं तो सबसे पहले हमारी नजर पड़ती है उन दुकानों पर जिनसे हम हमेशा शॉपिंग करते थे सामान, राशन, कपड़े खरीदते थे। परंतु अभी जाकर देखते हैं तो बाजार सुनसान नजर आता है। परंतु फिर मैं यह सोचकर तसल्ली कर लेता हूं की यह भी एक बहुत बड़ा कारण है कि हम अभी तक कोरोना वायरस से उतने ज्यादा संक्रमित नहीं हुए जितने कई और विकसित देश।

Closed Market Picture
People wearing facemasks as a preventive measure against the COVID-19 novel coronavirus walk past closed shops in a market area

देश में अब घर में बैठकर ऑनलाइन शॉपिंग का चलन और तेजी से बढ़ेगा। ऐसा नहीं है कि जब ऑनलाइन शॉपिंग नहीं थी, तब त्योहारों पर खरीदारी के संदेश नहीं दिए जाते थे। दिवाली पर, वर्ष के अंत में, विशेष अवसरों पर बरसों से ऑफर चलते आ रहे हैं, पर एक बुनियादी फर्क आगया है, बाजार कहीं दूर नहीं है…. हमारी जेब में स्मार्टफोन ने स्नैपडील, अमेजॉन, फ्लिपकार्ट, समेत तमाम ई-कॉमर्स वेबसाइट पर, बस कुछ एक क्लिक पर बाजार इतना करीब पहले कभी नहीं था। पहले विज्ञापन होते थे समाचार पत्र, टेलीविजन या फिर मौखिक रूप में । परंतु आजकल हम ज्यादातर खाली समय अपने स्मार्टफोन के साथ ही बिताते हैं, और उसमें रोज नई-नई जानकारियां भी आती हैं, जिसमें कई सारे विज्ञापन पर हमारी नजर पड़ती है और हम उनसे प्रभावित भी होते हैं। इंटरनेट की कृपा से बाजार में जाने की जरूरत नहीं है, बस उठाकर कुछ क्लिक कर दें और बाजार हाजिर…

कंपनियां सोशल मीडिया से लेकर हमारे ईमेल तक सब में कुछ ना कुछ बेचने का संदेश जरूर होंगे। आपने ध्यान दिया होगा कि आप किसी एक चीज के बारे में किसी भी साइट पर सर्च कर लेते हैं, फिर आप चाहे उसके बाद उसे बंद कर दें परंतु वह कहीं ना कहीं बार-बार आपकी स्क्रीन पर आती रहती है और आपको लुभाती रहतो है।उसके बारे में और जानने के लिए और इसी तरीके से कहीं ना कहीं हमारा मन बन जाता है उसको खरीदने का।

भारत में ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते बाजार के पीछे एक बहुत बड़ा हाथ मोबाइल क्रांति का भी है, और अब आप में से काफी सभी लोगों के हाथ में स्मार्टफोन पहुंच गए हैं वहीं ऑनलाइन स्टोर्स के मोबाइल एप्लीकेशंस यानी ऐप्स भी लोगों को आकर्षित करते हैं। यह ऐप प्रयोग करने में बहुत ही सहज व सरल होते हैं। बहुत ज्यादा पढ़े लिखे होने की आवश्यकता नहीं पड़ती ऐप को इस्तेमाल करने के लिए। कोई एक प्रोडक्ट जिसको आपको खरीदना है जैसे ही आप उस पर क्लिक करेंगे उसके साथ तीन-चार उसी तरीके के प्रोडक्ट और आ जातें हैं उनकी कीमत आ जाती है और उसी के साथ उनका व्याख्यान आ जाता है। आप अपने पसंद का अपनी जरूरत के हिसाब से प्रोडक्ट खरीद सकते हैं वह भी बहुत सस्ते में।

इसके साथ ही आसान किस्तों पर सामान खरीदने की सुविधा भी लोगों को ऑनलाइन शॉपिंग को बढ़ावा दे रही है।
ई-कॉमर्स कंपनियों ने शॉपिंग को बहुत ज्यादा सुविधाजनक बना दिया है।

ऑनलाइन शॉपिंग जिस तरीके से बड़े शहरों से निकलकर देश के छोटे शहरों और मध्यमवर्गीय और निम्न वर्गीय लोगों के बीच में बना रही है वहां यह जरूरी हो जाता है कि लोगों को ऑनलाइन शॉपिंग के फायदे बताने के साथ-साथ यह भी बताया जाए कि ऑनलाइन शॉपिंग के समय क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए.. ताकि मेहनत से कमाए पैसे से खरीदी हुई चीज खुशी देना कि अफसोस

घर में बैठकर ऑनलाइन शॉपिंग करते समय हमें कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए जैसे कि….

1.हमें सिर्फ जरूरत का ही सामान लेना चाहिए।

2. समान की जरूरत व उसके मूल्य में ठीक तालमेल रखना चाहिए, ऐसा ना हो कि हमें किसी समान की उतनी जरूरत ना हो जितना ज्यादा उसका मूल्य।

3. कोशिश करनी चाहिए की समान बिना किश्तों के खरीदा जाए।

4. अगर किसी कारणवश हमने किश्तों पर सामान खरीदा भी है तो किश्त हमारी क्षमता से अधिक नहीं होनी चाहिए।

5. दिखाई देने वाले विज्ञापनों के चक्कर में आकर कोई ऐसा सामान ना खरीदें जिसकी जरूरत आपको ना हो।… क्योंकि यह सारे विज्ञापन बहुत ही लुभावने बनाए जाते हैं।

6. आजकल सभी ऑनलाइन ई कॉमर्स कंपनियां समान के साथ जिन लोगों ने उसको इस्तेमाल किया है पहले उनके रिव्यू दिखाती हैं, हमें उनको जरूर देखना चाहिए और वह हमारे निर्णय करने में बहुत लाभदायक होते हैं।

हम जब भी अपना आर्डर करते हैं, उसमें वह हमारी कुछ जानकारियां मांगते हैं, वह सभी जानकारियां हमें बिल्कुल सही सही देनी चाहिए जैसे हमारे घर का पता, हमारा फोन नंबर और सबसे महत्वपूर्ण होता है हमारा पिन कोड।

परंतु जहां इसमें इतनी सारी अच्छाइयां हैं, ऑनलाइन शॉपिंग कि वहां पर कुछ कमियां भी हैं ….

जैसा कि मैंने ऊपर बताया कि हमें ऑनलाइन शॉपिंग से सिर्फ जरूरत का समान ही लेना चाहिए क्योंकि ऑनलाइन शॉपिंग करने से हमारा पैसा और समय दोनों बचता है। परंतु कुछ लोग इसके इतने आदी हो जाते हैं कि यह एक नशे की तरह उन पर चढ़ जाता है और इसमें वह कई बार अपने निर्णय गलत ले लेते हैं।

इस पूरे लेख में मैंने ऐसी कोई भी नई बात नहीं बताई जिसका कि आपको एहसास ना हो। बस मेरा एक प्रयास था ताकि जब अगली बार आप ऑनलाइन शॉपिंग करें तो थोड़ा सा ध्यान रखकर करें।

अगर आप इन सभी बातों का ध्यान रखेंगे तो आपके लिए ऑनलाइन शॉपिंग करना एक सुखद अनुभव होगा ऐसी मैं कामना करता हूं …..

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